MYCUREHEALTH

इलेक्ट्रोलाइट्स असंतुलन के लक्षण कारण टेस्ट और इलाज़

 17,421 total views

इलेक्ट्रोलाइट क्या हैं और इनका हमारे शरीर मे क्या काम होता है?

 

क्या आपने कभी इस बारे में सोचा कि क्यों डिहाइड्रेशन की वजह से आपका शरीर सूजा हुआ या फूला हुआ दिखता है? जब आपके शरीर को पानी की कमी महसूस होती है तो वह शरीर के तरल पदार्थ के स्तर को बनाए रखने की कोशिश करता है। जब आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो आपका शरीर एंटीडिअरीटिक हार्मोन (antidiuretic hormone), वैसोप्रेसिन (vasopressin) का निर्माण करता है जो आपकी किडनी को पानी बचाने के संकेत देता है। यह वह तरल है जो पेशाब के माध्यम से शरीर के बाहर निकल जाता है। इस तरह, आपके शरीर में पानी की भयंकर कमी नहीं होने पाती।

कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट और सोडियम जैसे मिनरल या खनिजों को इलेक्ट्रोलाइट्स कहा जाता है। इन खनिजों में बिजली का संचार होता है जो सोचने और देखने जैसी शारीरिक गतिविधियों के लिए आवश्यक बिजली के आवेगों को उत्पन्न करने में मदद करते हैं।

इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन क्या है?What is Electrolytes Imbalance?

इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन के लक्षण क्या हैं?What are the symptoms of imbalance electrolytes?

सोडियम की कमी  (हाइपोनाइट्रेमिया Hyponatremia)Low levels of Sodium 

सोडियम की अधिकता  (हाइपरनेट्रामिया Hypernatremia) High levels of Sodium 

पोटेशियम की कमी   (Hypokalemia) Low levels of Potassium

पोटेशियम की अधिकता  (Hyperkalemia) High levels of  Potassium

क्लोराइड की कमी (Hypochloremia) Low levels of Chloride

क्लोराइड की अधिकता (Hyperchloremia) High levels of Chloride

इलेक्ट्रोलाइट लिए कौन सा टेस्ट कराया जाता है?(What test done for serum Electrolytes?)

इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन क्या है? What is Electrolytes Imbalance?

इलेक्ट्रोलाइट के असंतुलन (electrolyte imbalance) के कई कारण हो सकते हैं। डायरिया से लेकर कोई जानलेवा बीमारी भी इसकी वजह हो सकती है। इन दोनों के अलावा, कुछ सामान्य कारणों में डिहाइड्रेशन, एक्सरसाइज, विटामिन डी की कमी, नशीली दवाओं की लत, लैक्सेटिव का अधिक सेवन (laxative abuse), सर्जरी, सिरोसिस या हार्ट फेलियर जैसे कारण भी इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन की वजह बन सकते हैं। अज्ञात या इडियोपैथिक कारणों से इलेक्ट्रोलाइट्स का गंभीर नुकसान हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान भी यह समस्या काफी सामान्य है।

इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन के लक्षण क्या हैं?What are the symptoms of imbalance electrolytes?

 

इलेक्ट्रोलाइट जब हमारे शरीर मे गड़बड़ा जाते हैं तो शरीर ख़राब हो जाता है और कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।  इसके असंतुलन के बारे में पता करने के लिए ब्लड टेस्ट कराना आवश्यक होता है। इसके कई लक्षण होते हैं जिससे आप पता लगा सकते हैं कि आपको इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन डिसऑर्डर है। आइए इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के लक्षण बारे में जानते हैं।

  • धड़कनो का तेज चलना।
  • थकान।
  • मिचली की समस्या।
  • उल्टी होना।
  • पेट से जुड़ी समस्या जैसे- डायरिया, कब्ज, दस्त और एसिडिटी।
  • पेट में ऐंठन महसूस करना।
  • मांसपेशियां कमजोर हो जाना।
  • चिड़चिड़ाहट महसूस होना।
  • अत्यधिक सिरदर्द होना।
  • हाथ-पैर सुन्न हो जाना।
  • ब्लड प्रेशर में बदलाव,
  • और चक्कर आना

1-सोडियम की कमी  (हाइपोनाइट्रेमिया hyponatremia)Low levels of Sodium 

 

एक वयस्क के शरीर में लगभग 135-145 mEq/L  सोडियम होना चाहिए। यह मात्रा घट कर 118 के निम्नस्तर पर आ जाए, तो इसे हाइपोनैट्रीमिया (hyponatremia) कहते हैं।

शरीर में सोडियम की कमी से ज्यादा पसीना आना, लगातार उल्टी या डायरिया की समस्‍या होने लगती है। साथ ही नमक की कमी से थकान, डिहाइड्रेशन, निम्न रक्तचाप, मांसपेशियों में खिंचाव और मांसपेशियों में कमजोरी भी हो सकती है। इसके अलावा हाइपोनैट्रीमिया के कारण मस्तिष्क की कोशिकाओं में सूजन आने लगती है। इसीलिए ऐसे में न्यूरोजिकल लक्षण प्रकट होने लगते हैं जैसे सिर दर्द, जी मिचलाना और थकान होना। और सही कारण समझ न आने पर व्‍यक्ति धीरे-धीरे होश खोने लगता है या पूरी तरह बेहोश भी हो सकता है।

 

सोडियम की अधिकता  (हाइपरनेट्रामिया Hypernatremia) High levels of Sodium 

बहुत ज्यादा सोडियम की वजह से डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, मांसपेशियों में ऐंठन, मतली, उल्टी, सही तरीके से सांस लेने में तकलीफ, बहुत ज़्यादा प्यास लगना और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

शरीर में सोडियम की कमी होने पर क्या करे ?How to treat Sodium Deficiency

 

डॉक्टर सर्वप्रथम सीरम इलेक्ट्रोलाइट रक्त जांच कर शरीर में सोडियम की कमी है या नहीं इसका निदान करते हैं। शरीर में सोडियम की कमी व्यक्ति में 2 तरह से पूरी की जाती हैं। इसकी जानकारी निचे दी गयी हैं :

  1. आहार / Diet : अगर रोगी आहार खाने की स्तिथि में है औरशरीर में सोडियम की कमी बेहद ज्यादा नहीं है तो रोगी को सोडियम सप्लीमेंट जैसे नमक से बनी चीजे दी जाती हैं। डॉक्टर की सलाह से आप सोडियम टेबलेट्स, नमकीन बिस्कुट, पापड़ जैसे पदार्थ दे सकते हैं।
  2. दवा / Injection :अगर शरीर में सोडियम की कमी अधिक है और रोगी बेहोश होने के कारण कोई आहार लेने की स्तिथि में नहीं है तो उसे सलाइन लगाकर सोडियम का इंजेक्शन लगाया जाता हैं।

शरीर में सोडियम की कमी होने से रोकने के लिए क्या करे ?Tips to prevent Sodium Deficiency in Hindi

  • दिनभर में 6 ग्राम से ज्यादा मात्रा में नमक न ले।
  • गर्मी के दिनों में या अधिक परिश्रम होने पर शरीर में पानी की कमी को रोकने के लिए पानी या निम्बू पानी पिटे रहे।
  • बुजुर्ग व्यक्ति को थोड़ा-थोड़ा आहार क्षमतानुसार खिलाते रहे।

शरीर में सोडियम की कमी के कोई भी लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाए। शरीर में सोडियम की कमी (Low Sodium) होने से व्यक्ति कोमा में जा सकता है या रोगी की मृत्यु भी हो सकती है।

 

2-पोटेशियम की कमी   (Hypokalemia) Low levels of Potassium

सामान्य पोटेशियम स्तर 3.5-5.0 mEq/L होता है। अगर है पोटेशियम की कमी को नजरअंदाज किया जाये तो बाद में दस्त, निर्जलीकरण, उल्टी का कारण बन सकता है। शरीर में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा या कम हो जाए तो तंत्रिका या दिल की धड़कन से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा रहता है.  पोटेशियम की कमी से रक्त वाहिका पर दबाव पड़ता है, जिससे उच्चरक्त चाप की समस्‍या होने लगती है।

इसकी कमी से आप थकान महसूस करने लगते हैं और आपको नींद भी बहुत अधिक आती है।पोटेशियम की कमी से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है

पोटेशियम की अधिकता  (Hyperkalemia) High levels of  Potassium

जब रक्त में पोटैशियम की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह हमारे लिए जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकता है जैसे कि धड़कन की गति बिगड़ना,  न्यूरोलॉजिकल डिस्फंक्शन और हार्ट फेलियर। यह हृदय की मांसपेशियों का संकुचन बंद कर देता है, जिसकी वजह से  व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो सकती है।

शरीर में पोटैशियम  की कमी होने पर क्या करे ?How to treat Potassium Deficiency

पोटैशियम की  कमी होने पर आपको पोटैशियम युक्त फल जैसे  केले पोटैशियम के सबसे उम्दा स्त्रोत होते हैं तथा इनमें काफी मात्रा में पोटैशियम होता है। केले के अलावा अन्य ऐसे उत्पाद भी हैं जिनमें काफी मात्रा में पोटैशियम होता है। नीचे कुछ पोटैशियम युक्त भोजनों के नाम दिए जा रहे हैं।

पोटैशियम के फायदे, टमाटर, केले, मधुरस, खरबूजा, दूध, संतरा, पालक, दही, बीन्स, सूखे बेर, खजूर, खूबानी, किशमिश आदि पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ हैं।

3-क्लोराइड की कमी (Hypochloremia) Low levels of Chloride

 हाइपोक्लोरेमिया एक इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन है और रक्त में क्लोराइड के निम्न स्तर से संकेत मिलता है। क्लोराइड के लिए सामान्य वयस्क मूल्य 97-107 mEq/L  है।आपके रक्त में क्लोराइड एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है और यह सुनिश्चित करने के लिए काम करता है कि आपके शरीर का चयापचय सही ढंग से काम कर रहा है। आपके गुर्दे आपके रक्त में क्लोराइड के स्तर को नियंत्रित करते हैं। इसलिए, जब आपके रक्त क्लोराइड के स्तर में कोई परेशानी होती है, तो यह अक्सर आपके गुर्दे से संबंधित होती है। क्योंकि हमारा शरीर का पी.ऍच. न्यूट्रल होना चाहिए, क्लोराइड इस कार्य के लिए एसिड और क्षार के स्तर को कम करता है। शारीरिक स्वास्थ्य बढ़ाता है

भोजन जब द्रव्य में परिवर्तित होता है तो क्लोराइड आँतों में जाकर मेटाबोलिज़म बढ़ाता है। साथ साथ यह लिवर की क्लींजिंग प्रोसेस में मदद करता है और शरीर से गंद को बाहर निकालता है।

क्लोराइड की अधिकता (Hyperchloremia) High levels of Chloride

बहुत से लोगों को हाइपरक्लोरेमिया के किसी भी लक्षण का ध्यान नहीं दिया जाता है, जब तक कि वे अपने रक्त में क्लोराइड के बहुत उच्च या बहुत कम स्तर का अनुभव नहीं कर रहे हैं।निर्जलीकरण, द्रव हानि, या रक्त सोडियम के उच्च स्तर पर ध्यान दिया जा सकता है।हाइपरक्लोरेमिया से पीड़ित होने पर आप तरल पदार्थ के नुकसान के रूप में अन्य प्रकार का अनुभव कर सकते हैं, जैसे दस्त, या उल्टी।आप मधुमेह हो सकते हैं, और आपके रक्त शर्करा के स्तर पर खराब नियंत्रण हो सकता है।

 

शरीर में क्लोराइड  की कमी होने पर क्या करे ?How to treat Chloride Deficiency

क्लोराइड की कमी होने पर आपको अपने खाने मे क्लोराइड युक्त फूड्स की मात्रा बडा देनी चाहिए यह कई सब्जियों में भी पाया जाता है। क्लोराइड की उच्च मात्रा वाले खाद्य पदार्थों में समुद्री शैवाल, राई, टमाटर, सलाद, अजवाइन और जैतून शामिल हैं।

 

इलेक्ट्रोलाइट लिए कौन सा टेस्ट कराया जाता है?(What test done for serum Electrolytes?)

इसकी कमी या अधिकता होने पर डॉक्टर सीरूम इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट करने के लिए कहते हैं ये एक सिम्पल ब्लड टेस्ट है जिसमे आपके वेन्स से थोड़ा सा ब्लड सेंपल लिया जाता इस टेस्ट का रिज़ल्ट 2 से 4 घंटे के अंदर आ जाता है वैसे अगर आप किडनी पैनल टेस्ट करते हैं तो उसमे भी आपका इलेक्ट्रोलाइट टेस्ट आ  जाता है पूरे किडनी पैनल की कीमत लगभग 700-800 रुपेये की होती है और सीरूम इलेक्ट्रोलाइट  की कीमत लगभग 200  से 300 रुपेये तक की होती  है

थायरोइड टेस्ट लक्षण कारण और उपचार 

हाइपोथायरायडिज्म के क्या-क्या लक्षण होते हैं?

मलेरिया के लक्षण कारण इलाज दवा और उपचार

Vitamin D के कम हो जाने से क्या-क्या प्रोब्लेम्स होती हैं ?

निपाह वायरस के लिये कौन सा टेस्ट किया जाता है और इसकी कीमत कितनी है?

यूरिन R/M टेस्ट किस लिए किया जाता है

विटामिन डी की कमी को पूरा कैसे करें

विटामिन बी-12 की कमी से क्या  बीमारी हो जाती हैं

पीलिया या हेपेटाइटिस “ए” के लक्षण, कारण, टेस्ट और उपचार

विटामिन्स के नाम, प्रकार और फायदे

 

 

 

 

 

 

4 thoughts on “इलेक्ट्रोलाइट्स असंतुलन के लक्षण कारण टेस्ट और इलाज़”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »
Scroll to Top