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Arthritis: रूमेटाइड आर्थराइटिस लक्षण, कारण, टेस्ट, घरेलु उपचार और परहेज

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रूमेटाइड अर्थराइटिस Rheumatoid Arthritis?

 

जब हम रूमेटाइड अर्थराइटिस या गठिया की बात करते हैं, तो ज्यादातर लोगों के दिमाग में जोड़ों के दर्द के साथ अपने बुजुर्ग रिश्तेदारों की तस्वीर उभरने लगती है।ऐसे बुजुर्ग जो बहुत अधिक नहीं घूम सकते हैं और अधिकतर अपने घरों या अपनी पसंदीदा कुर्सी तक ही सीमित रहते हैं।

लेकिन अर्थराइटिस निश्चित रूप से एक ‘बुजुर्गों’ की स्थिति नहीं है।

वास्तव में, कुछ प्रकार के अर्थराइटिस हैं, जो युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोगों में दिखाई देते हैं और इसका एक उदाहरण रूमेटाइड अर्थराइटिस (RA) है.


रूमेटाइड अर्थराइटिस क्या है? What is Rheumatoid Arthritis?

रूमेटाइड अर्थराइटिस (RA) एक क्रोनिक, ऑटोइम्यून, इंफ्लेमेशन वाली स्थिति है, जिसमें व्यक्ति की अपनी प्रतिरक्षा कोशिकाएं (immune cells) जोड़ों के आसपास की झिल्ली (membrane) पर अटैक करती हैं. ये सूजन और दर्द का कारण बनता है। 

ये प्रोटेक्टिव कार्टिलेज को भी नष्ट कर देता है और इसके परिणामस्वरूप हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। 

कार्टिलेज से आशय लचीले कनेक्टिव टिश्यूज से है, जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में मौजूद रहते हैं।

इनका मुख्य काम हड्डियों को आपस में जोड़ना है।

समय के साथ, हड्डियों को आपस में जोड़ने वाले लिगामेंट्स कमजोर हो जाते हैं।ऐसे में हड्डी अपनी जगह से हट जाती है और विकृत भी हो सकती है।

Rheumatoid Arthritis
                Rheumatoid Arthritis

रूमेटाइड अर्थराइटिस (RA) आमतौर पर पहले हाथ और पैर में छोटे जॉइंट्स को प्रभावित करता है।
ये बाद में कलाई, कोहनी, टखनों, घुटनों, कूल्हों और कंधों तक फैल सकता है।
तक कि शरीर के दूसरे हिस्सों जैसे आंखें, हृदय, फेफड़े और रक्त वाहिकाओं को भी प्रभावित कर सकता है

गठिया के लक्षण –  Arthritis symptoms in Hindi

 

  • जोड़ों में दर्द गठिया का सबसे आम लक्षण है।
  • जोड़ स्थिर नहीं रहते हैं या ऐसा महसूस होता है कि यह सहारा नहीं दे पायेगे।
  • जोड़ बड़े हो जाते हैं या सूज़न आ जाती है।
  • अक्सर सुबह के समय जोड़ो में अकड़न होना भी गठिया के लक्षण होते है ।
  • जोड़ का उपयोग ना कर पाना या उपयोग करने में कठिनाई होना ।
  • आपके जोड़ के आसपास गर्माहट।
  • जोड़ के आसपास की त्वचा पर लालीपन

 

अर्थराइटिस के कारण: Causes Of Arthritis In Hindi

 

गठिया का एक और आम रूप है रुमेटी आर्थराइटिस, यह एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है।

इसकी शुरुआत तब होती है जब आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के ऊतकों पर हमला करती है। इन हमलों से सिनोवियम पर प्रभाव पड़ता है।

सिनोवियम आपके जोड़ो में पाया जाने वाला एक नर्म टिशु होता है जो ऐसे लिक्विड को बनाता है जिससे कार्टिलेज को पोषण और जोड़ो को चिकनाई मिलती है।

 

रूमेटाइड अर्थराइटिस
रूमेटाइड अर्थराइटिस

रुमेटी गठिया सिनोवियम की एक बीमारी है जो जोड़ों पर हमला करके उन्हें नष्ट करती है। यह जोड़ो के अंदर हड्डी और कार्टिलेज को नष्ट करने का कारण बन सकती है। (मोटापा का इलाज़)

 

अर्थराइटिस का परीक्षण: Diagnosis of Arthritis?

 

कुछ विशेष जांचों के आधार पर इस रोग का पता लगाया जाता है।

खून में यूरिक एसिड का स्तर अगर ज्यादा है, तो इसका मतलब है कि व्यक्ति गाउटी अर्थराइटिस से पीड़ित है।

साइनोवियल फ्लूड, इसे श्लेष द्रव भी कहते हैं, जो जोड़ों के बीच पाया जाता है। जोड़ों के अंदरसे इस द्रव को लेकर इसका टेस्ट किया जाता है जिसमें,मोनोसोडियम युरेट क्रिस्टल पाए जाते हैं।

कभी-कभी यूरिक एसिड मूत्र में भी पाया जाता है, जिसके टेस्ट से गाउटी अर्थराइटिस का पता लगाया जा सकता है।

जिस जगह पर सूजन होती है उसका एक्सरे किया जाता है। एडवांस गाउटी अर्थराइटिस में एक्सरे पॉजिटिव हो जाता है। (

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रूमेटाइड अर्थराइटिस का घरेलू उपचार? Home remedies of Rheumatoid Arthritis?

 

•     दर्द के समय आप सन बाथ ले सकते हैं।

•    5 से 10 ग्राम मेथी के दानों का चूर्ण बनाकर सुबह पानी के साथ लें।

•    4 से 5 लहसुन की कलियों को एक पाव दूध में डालकर उबालकर पीयें।

•    लहसुन के रस को कपूर में मिलाकर मालिश करने से भी दर्द से राहत मिलती है।

•    लाल तेल से मालिश करना भी आरामदायक होता है।

•    गर्म दूध में हल्दीर मिलाकर दिन में दो से तीन बार पीयें।

•    सोने से पहले दर्द से प्रभावित क्षेत्र पर गर्म सिरके से मालिश करें।

•    शरीर में पानी की मात्रा संतुलित रखें।  

•    जोड़ों के दर्द से बचने के लिए सबसे अच्छा। योगासन है गोमुखआसन

 

 

 

रूमेटाइड अर्थराइटिस योग और व्यायाम Yog and Exercise for Rheumatoid Arthritis?

 

  • नियमित व्यायाम जिनमें एरोबिक व्यायाम, शक्तिदायक व्यायाम, और लचीले या गति प्रदान करने वाले व्यायामों से जोड़ों को गति और शक्ति मिलती है।
  • व्यायाम जैसे कि पैदल चलना, तैरना, गर्म पानी में व्यायाम, या बाइकिंग आरए के रोगियों द्वारा किया जा सकते हैं।
  • वजन सहने वाले व्यायाम जैसे कि वजन उठाना या पुश अप किये जा सकते हैं।
  • व्यायाम जैसे कि दौड़ लगाना, भागना, भारी वजन उठाना, जिनसे जोड़ों पर अत्यधिक जोर पड़ता है, उन्हें नहीं करें।

 

रूमेटाइड अर्थराइटिस लेने योग्य आहार What should eat in Rheumatoid Arthritis

 

  • फल, सब्जियाँ, मेवे, जैतून का तेल, और मछली अधिक मात्रा में खाएँ।
  • छना हुआ पानी अधिक मात्रा में पियें।
  • अदरक, हल्दी और हरी चाय में सूजन को कम करने के गुण होते हैं।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड से समृद्ध आहार जैसे मछलियाँ (सैलमन, ट्यूना, ट्राउट), अखरोट, टोफू और अन्य सोया उत्पाद, अलसी और अलसी का तेल, और केनोला का तेल।
  • आयरन से समृद्ध आहार जैसे लीन रेड मीट, अंडे, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दालें (मटर, फलियाँ और मसूर), और शक्तियुक्त नाश्ते वाला दलिया।
  • कैल्शियम से समृद्ध आहारों में दूध, दही, पनीर और अन्य डेरी उत्पाद, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, कैल्शियम युक्त सोया पेय, बादाम और मछली हैं।
  • विटामिन C युक्त आहारों में स्ट्रॉबेरी, नीबू, चेरी, अमरुद, टेंग, संतरे का रस, ग्रेपफ्रूट का रस, लाल अथवा हरी शिमला मिर्च, हरी मिर्च, धनिया, नीबू का छिलका, धुप में सुखाये टमाटर।
  • विटामिन D से समृद्ध आहार जैसे कि सैलमन, ट्यूना, श्रिम्प, सूरजमुखी के बीज, अंडे और विटामिन D युक्त दुग्ध उत्पाद, रह्युमेटोइड आर्थराइटिस होने से बचाव करते हैं। (YouTube)

 

रूमेटाइड अर्थराइटिस मे क्या खाएं?Food for Rheumatoid Arthritis?

 

 

•    अपने आहार में 25 प्रतिशत फल व सब्जि़यों को शामिल करें और ध्यान रखें कि आपको कब्ज़ ना हो। 

•    फलों में सन्तरे, मौसमी, केले, सेब, नाश्पाती, नारियल, तरबूज़ और खरबूज़ आपके लिए अच्छे हो सकते हैं। 

•    सब्जि़यों में मूली, गाज़र, मेथी, खीरा, ककड़ी आपके आदि लें।

•    चोकरयुक्त आटे का प्रयोग करें क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है ।

 

 

रूमेटाइड अर्थराइटिस मे क्या न खाएं?Which Food avoid in Rheumatoid Arthritis?

 

  • कुछ लोगों में प्रोटीन से सूजन आती है इसलिए प्रोटीन युक्त आहारों का प्रयोग सीमित करें।
  • रिफाइंड आहार जैसे कि सफ़ेद ब्रेड, पास्ता, और शक्कर से परहेज।
  • स्वास्थ्यवर्धक तेलों का प्रयोग करें जैसे कि जैतून का तेल या वनस्पति तेल।
  • बेकरी के उत्पाद जैसे कूकीज, क्रैकर्स, केक्स, फ्रेंच फ्राइज, अनियन रिंग्स, डोनट्स, प्रोसेस्ड आहार, और मार्गरिन का प्रयोग कम करें।
  • कैफीन और अन्य उत्तेजक पेय, शराब, और तम्बाकू से परहेज।

 

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