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क्या होता है Vitamin D (What is Vitamin d)?
- क्या होता है Vitamin D (What is Vitamin d)?
- विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या हैं ? Symptoms of Vitamin D deficiency in Hindi
- विटामिन डी की कमी का निदान कैसे किया जाता हैं ?
- विटामिन डी की कमी के कारण / Causes of Vitamin D Deficiency in Hindi
- विटामिन डी की कमी का उपचार / Vitamin D Deficiency Treatment in Hindi
विटामिन डी शरीर में पाया जाने वाला एक बेहद महत्त्वपूर्ण विटामिन है। Vitamin D fat-soluble प्रो-हार्मोन का एक समूह होता है जो शरीर को कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फेट और जिंक को absorb करने में मदद करता है। Sunshine विटामिन के नाम से जाना जाने वाला विटामिन डी शरीर द्वारा तब प्रोड्यूस होता है जब हमारी त्वचा सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है। ये प्राकृतिक रूप से कुछ खाने-पीने की चीजों में भी पाया जाता है-
2.विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या हैं ?
Symptoms of Vitamin D deficiency in Hindi
3.विटामिन डी की कमी का निदान कैसे किया जाता हैं ?
Diagnosis of Vitamin D deficiency in Hindi
4.विटामिन डी की कमी के कारण / Causes of Vitamin D Deficiency in Hindi
5.विटामिन डी की कमी का उपचार / Vitamin D Deficiency Treatment in Hindi
Vitamin D supplements / मेडिसिन लेकर
विटामिन डी मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं:
- Vitamin D2 (ergocalciferol) – जो पौधों द्वारा निर्मित होता है।
- Vitamin D3 (cholecalciferol) – जो सूर्य की रौशनी के हमारी त्वचा से सम्पर्क में आने पर निर्मित होता है। कुछ animal sources द्वारा भी ये प्राप्त किया जा सकता है।

विटामिन डी की कमी के लक्षण क्या हैं ?
Symptoms of Vitamin D deficiency in Hindi
विटामिन डी के कमी के लक्षण इस प्रकार हैं :
बच्चों में –
- मांसपेशियों में ऐंठन
- चिड़चिड़ापन
- देर से खड़ा होना और चलना
- नरम खोपड़ी या कमजोर घुमावदार पैर
- सांस लेने में दिक्कत
- बार-बार संक्रमण
वयस्कों में –
- हड्डियों और मांसपेशी में दर्द
- सिरपर अधिक पसीना आना
एकाग्रता की कमी
- थकान
- कमरदर्द
- मांसपेशी में खीचाव
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- नींद की कमी
- वजन बढ़ना
- बेचैनी
- सीढ़ियाँ चढ़ने में दिक्कत
- मनोबल कम होना
- बालों का झड़ना
- कमजोर दांत
- विटामिन D की गंभीर कमी से बच्चों में रिकेट्स (हड्डियों का दोषयुक्त विकास) और वयस्कों में ओस्टियोमलेसिया (नर्म हड्डियाँ) तथा ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का भुरभुरा होना) हो सकते हैं।
- शरीर में विटामिन D की कमी होने पर आप समय से पहले बुड्ढे दिखाई दे सकते हैं। आपके चेहरे पर झुर्रियां साफ दिखाई दे सकती हैं, ऐसे में अपने शरीर में इसकी कमी को दूर करें
विटामिन डी की कमी का निदान कैसे किया जाता हैं ?
Diagnosis of Vitamin D deficiency in Hindi
किसी भी व्यक्ति में विटामिन डी की कमी के लक्षण पाए जाने पर डॉक्टर व्यक्ति का विटामिन डी रक्त परिक्षण करवाते हैं। विटामिन डी की कमी का पता लगाने के लिए 25(OH)D यह सबसे उपयुक्त जांच हैं।
विटामिन डी की बेहद कमी – 20 ng/ml से कम
- विटामिन डी की कमी – 21 ng/ml से 29 ng/ml के बिच
- पर्याप्तविटामिन डी की मात्रा – 30 ng/ml से 60 ng/ml के बिच
- अधिकविटामिन डी – 60 ng/ml से अधिक
विटामिन डी की कमी के कारण / Causes of Vitamin D Deficiency in Hindi
यदि आप धूप से बहुत अधिक बचते हैं, दूध पीना आपको पसंद नहीं और साथ ही आप pure vegetarian भी हैं तो हो सकता है आपके अन्दर Vitamin D की कमी हो या निकट भविष्य में हो जाए। आइये हम विटामिन डी की कमी के कारणों को समझते हैं:
1.विटामिन डी का कम मात्रा में सेवन जो a strict vegan diet लेने से हो सकता है। क्योंकि vitamin D प्राकृतिक रूप से ज्यादातर non-veg चीजों में पाया जाता है। For example: मछलियों में, beef liver में, और egg yolks में।
2.धूप में बहुत कम निकलना। जैसा कि हम बता चुके हैं विटामिन डी तब बनता है जब आपकी स्किन sunlight से contact में आती है, इसलिए अगर आप हमेशा घर में ही रहते हैं, ऐसी जगहों पर रहते हैं जहाँ धूप कम आती है या हेमशा धूप से बच कर रहते हैं तो आपके अन्दर विटामिन डी की कमी हो सकती है।
3.अगर आपकी किडनी विटामिन डी को उसके एक्टिव फॉर्म में कन्वर्ट नहीं कर पाती है तो भी VITAMIN D की कमी हो सकती है। जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढती है किडनी की विटामिन डी को एक्टिव फॉर्म में कन्वर्ट करने की क्षमता घट जाती है, और विटामिन डी की कमी का रिस्क बढ़ जाता है।
4.यदि आपका digestiv tract vitamin D ठीक से absorb नहीं करता है तो भी विटामिन डी की कमी हो सकती है। कुछ बीमारियाँ जैसे कि Crohn’s disease, cystic fibrosis, and celiac disease भी intestine की खाने से विटामिन डी ग्रहण करने की क्षमता घटा सकती है।
5.मोटापा भी विटामिन डी की कमी का कारण हो सकता है। मोटापे की वजह से fat cells ब्लड से विटामिन डी एक्सट्रेक्ट कर लेते हैं, जिससे blood circulation में इसकी कमी हो जाती है। जिन लोगों का BMI 30 से अधिक होता है, उन लोगों में अक्सर विटामिन डी की कमी पायी जाती है।
विटामिन डी की कमी का उपचार / Vitamin D Deficiency Treatment in Hindi
Vitamin D needs fulfill करने के तीन तरीके हैं:
पहला उपचार: सूरज की रौशनी में समय बिता कर
सूरज से निकलने वाली Ultra Violet – B rays हमारी त्वचा से मिलकर विटामिन डी प्रोड्यूस करती हैं।इसलिए अगर हम अपनी दैनिक दिनचर्या में कुछ वक़्त सूरज की किरणों के बीच रह कर बिताएं तो vitamin D की कमी आसानी से और प्राकृतिक तरीके से दूर हो सकती है।
विटामिन डी के लिए कितनी देर तक धूप में रहना चाहिए?
काले लोगों की अपेक्षा गोरे लोगों को कम देर धूप में रहना पड़ता है। जहाँ fair skinned person का बिना sunscreen के 10-15 मिनट में काम चल जाता है वहीँ काले लोगों को 1 घंटे तक धूप में रहना पड़ सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि जाड़े की अपेक्षा गर्मियों में आसानी से और अधिक मात्रा में विटामिन डी का उत्पादन होता है। यानि गर्मियों की अपेक्षा आपको जाड़े में अधिक समय धूप में बिताना चाहिए
दूसरा उपचार: Vitamin D युक्त आहार लेकर
विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए आपको ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिसमे विटामिन डी पाया जाता हो। जैसे कि:

- मछलियाँ,
- मशरूम
- fish liver oils, और
- egg yolk (अंडे की जर्दी) में,
- इसक अलावा कुछ fortified dairy products* और grain प्रोडक्ट्स में भी विटामिन डी पाया जाता है।
-
तीसरा उपचार: मेडिसिन लेकर
- यहां मैं कुछ विटामिन डी की मह्तवपूर्ण मेडिसिन के बारे में बता रहा हूँ जिन्हे आप अपने डॉक्टर के बताये जाने के अनुसार ले सकते हैं लेकिन कभी भी सीधे बाज़ार से लेकर इनका सेवन नही शुरू करना चाहिए क्योंकि हर एक इंसान की आवश्यकता अलग होती है और डॉक्टर ही आपको सही-सही बता सकता है कि कितनी मात्रा में और कितने दिनों तक आपको Vitamin D supplements लेने चाहिए।
Vitamin D Deficiency Drug name 1.Uprise 2.Vitamin D3 3.Vitamin D2 4.cholecalciferol 5.ergocalciferol 6.Drisdol 7.Calciferol 8.D3-50 9.Calcidol 10.D3-5
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